26-11-2020
“स्त्री का सम्मान सब का परम कर्तव्य है।”
स्त्री सिर्फ़ एक नाम नही है एक पहचान है जिसने इस सृष्टि को रच जीवन की धारा को चलाया है। कितने ही वर्षों से स्त्रियों पर अत्याचार हुए है उनकी पहचान को उनसे छिना गया है। यह दिवस है महिलाओं को बताने का उन्हें समझाने का, के साथ मिल कर ही हर हिंसा पर रोक लगाया जा सकता है। इस दिवस के अस्तित्व को अनूठा रूप देते हुए विद्या के मंदिर प्रेसीडियम में भी बहुत उत्साह के साथ दिवस का आयोजन किया गया। छात्रों ने बहुत ही जोश के साथ अपने भाव इस विषय पर प्रस्तुत कर एक नयीं लहर को उजागर किया। उन्होंने अत्याचार को रोकने एकता के साथ रहने व सभी के साथ प्रेम भाव बढ़ाने का नारा लगाया। पोस्टर, आदर्श- वाक्य के साथ आधुनिक युग को बदलने का पूर्ण प्रयास करने का प्रण लिया। महिला का सम्मान ही हमारी पहचान है उसके हर रूप में हमारे संस्कारों की शान है एक छोटी सी शुरुआत नयी राह बनाती है हमारे जीवन को सक्षम व सरल रूप दे जाती है।